अगले सत्र से आठवीं में भी लागू होगा बोर्ड
भिवानी : अगले सत्र से हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड आठवीं कक्षा में भी बोर्ड सिस्टम लागू करने जा रहा है। केंद्र व प्रदेश सरकार द्वारा शिक्षा सुधार को लेकर उठाए जा रहे कदमों में यह महत्वपूर्ण फैसला है। हालांकि बोर्ड इसी सत्र से आठवीं कक्षा में बोर्ड सिस्टम लागू करने की तैयारी कर रहा था। मगर आरटीई के नियम आड़े आने की वजह से यह संभव नहीं हो सका। बोर्ड का मानना है कि अब इसे नए सत्र से ही लागू किया जा सकेगा। 1 बता दें कि शिक्षा अधिकार लागू होने के बाद से आठवीं कक्षा का बोर्ड हटा दिया गया था। आठवीं कक्षा तक फेल करने की परिपाटी भी बंद कर दी गई थी। फेल की जगह री-अपीयर शब्द के इस्तेमाल की परिपाटी को बढ़ावा दिया गया था। तत्कालीन कांग्रेस सरकार का मानना था कि परीक्षा के तनाव की वजह से छात्र आत्महत्या जैसे खतरनाक कदम उठा लेते हैं। छात्रों को बस्तों के बोझ व तनाव से मुक्त करने के उद्देश्य से शिक्षा अधिकार में यह की गई थी कि आठवीं कक्षा तक के छात्रों को फेल ही नहीं किया जाए। मगर इससे सुधार की बजाए विपरीत परिणाम आने लगे। नतीजा यह हुआ कि दसवीं कक्षा तक छात्र पहुंच तो जाते थे पर दसवीं में बोर्ड की परीक्षा का पहली बार सामना करते तो बड़ी संख्या में फेल हो जाते। भाजपा सरकार ने आते ही इस में तुरंत बदलाव की घोषणा कर दी और पांचवीं व आठवीं कक्षा में बोर्ड लागू करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। पिछले तीन साल के दौरान सरकार ने बोर्ड लागू करने की तैयारी तो की, लेकिन आरटीई (राइट टू एजुकेशन) के नियम आड़े आ गए। जब तक केंद्र सरकार आरटीई के प्रावधानों में बदलाव नहीं करेगी, तब तक बोर्ड को लागू नहीं किया जा सकता है। यहीं वजह रही कि हरियाणा में सत्र 2017-18 भी बीत गया और बोर्ड लागू नहीं किया जा सका। अब संभावना जताई जा रही है कि मार्च 2019 में आठवीं कक्षा की परीक्षाएं बोर्ड द्वारा संचालित की जा सकेंगी। बोर्ड लागू करने में आरटीई के नियम आ रहे आड़े नियमों में बदलाव के बाद लागू हो सकेगा बोर्ड1इस बार आठवीं कक्षा में बोर्ड परीक्षाएं नहीं होंगी। मार्च 2019 में आठवीं कक्षा में बोर्ड लागू किया जाएगा। डॉ. जगबीर सिंह, चेयरमैन, हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी ।
भिवानी : अगले सत्र से हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड आठवीं कक्षा में भी बोर्ड सिस्टम लागू करने जा रहा है। केंद्र व प्रदेश सरकार द्वारा शिक्षा सुधार को लेकर उठाए जा रहे कदमों में यह महत्वपूर्ण फैसला है। हालांकि बोर्ड इसी सत्र से आठवीं कक्षा में बोर्ड सिस्टम लागू करने की तैयारी कर रहा था। मगर आरटीई के नियम आड़े आने की वजह से यह संभव नहीं हो सका। बोर्ड का मानना है कि अब इसे नए सत्र से ही लागू किया जा सकेगा। 1 बता दें कि शिक्षा अधिकार लागू होने के बाद से आठवीं कक्षा का बोर्ड हटा दिया गया था। आठवीं कक्षा तक फेल करने की परिपाटी भी बंद कर दी गई थी। फेल की जगह री-अपीयर शब्द के इस्तेमाल की परिपाटी को बढ़ावा दिया गया था। तत्कालीन कांग्रेस सरकार का मानना था कि परीक्षा के तनाव की वजह से छात्र आत्महत्या जैसे खतरनाक कदम उठा लेते हैं। छात्रों को बस्तों के बोझ व तनाव से मुक्त करने के उद्देश्य से शिक्षा अधिकार में यह की गई थी कि आठवीं कक्षा तक के छात्रों को फेल ही नहीं किया जाए। मगर इससे सुधार की बजाए विपरीत परिणाम आने लगे। नतीजा यह हुआ कि दसवीं कक्षा तक छात्र पहुंच तो जाते थे पर दसवीं में बोर्ड की परीक्षा का पहली बार सामना करते तो बड़ी संख्या में फेल हो जाते। भाजपा सरकार ने आते ही इस में तुरंत बदलाव की घोषणा कर दी और पांचवीं व आठवीं कक्षा में बोर्ड लागू करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। पिछले तीन साल के दौरान सरकार ने बोर्ड लागू करने की तैयारी तो की, लेकिन आरटीई (राइट टू एजुकेशन) के नियम आड़े आ गए। जब तक केंद्र सरकार आरटीई के प्रावधानों में बदलाव नहीं करेगी, तब तक बोर्ड को लागू नहीं किया जा सकता है। यहीं वजह रही कि हरियाणा में सत्र 2017-18 भी बीत गया और बोर्ड लागू नहीं किया जा सका। अब संभावना जताई जा रही है कि मार्च 2019 में आठवीं कक्षा की परीक्षाएं बोर्ड द्वारा संचालित की जा सकेंगी। बोर्ड लागू करने में आरटीई के नियम आ रहे आड़े नियमों में बदलाव के बाद लागू हो सकेगा बोर्ड1इस बार आठवीं कक्षा में बोर्ड परीक्षाएं नहीं होंगी। मार्च 2019 में आठवीं कक्षा में बोर्ड लागू किया जाएगा। डॉ. जगबीर सिंह, चेयरमैन, हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी ।
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