HPSC Assistant Professor Exam: अंग्रेजी , गणित के बाद अब कॉमर्स में भी गड़बड़ी का मामला
अभ्यर्थी डा. योगेंद्र गौड, डा. रजनी व अनिल कुमार का कहना है कि 102 पोस्ट के लिए ली गई लिखित परीक्षा में एक ही विवि के 80 अभ्यर्थियों का पास होना साफ-साफ घोटाला है। अभ्यर्थी मोना ने कहा कि परीक्षा के लिए रोल नंबर एल्फाबेटिकल क्रम में जारी नहीं करने पर ही गड़बड़ी का अंदेशा हो रहा था। किसी भी बहुविकल्पीय परीक्षा में रजिस्ट्रेशन के क्रम में रोल नंबर देना कमीशन की बहुत बड़ी लापरवाही है। वहीं अभ्यर्थी रेखा व नीतू ने बताया कि परीक्षा वाले दिन ही देर शाम आंसर-की जारी कर दी गई थी। आंसर-की में मौजूद उनकी मांग है कि अंग्रेजी की तरह ही उनकी परीक्षा भी रद करके दोबारा कराई जाए। खामियों पर तीन दिनों के भीतर शिकायत दर्ज कराने का समय दिया था। शिकायत दर्ज कराने के बावजूद संसोधित आंसर-की जारी नहीं की गई। अभ्यर्थियों ने परीक्षा रद करने की मांग की है। इसके लिए सीएमओ ऑफिस को मेल पर शिकायत दर्ज कराई है। हालांकि अभी तक उन्हें मेल का जवाब नहीं मिला है। अभ्यर्थी ऑनलाइन माध्यम से परीक्षा में हुई गड़बड़ियों के खिलाफ अभियान चला रहे हैं।
कमीशन की विश्वसनीयता पर उठ रहे सवाल
गणित, अंग्रेजी और अब कॉमर्स की परीक्षा में गड़बड़ी होने से एचपीएससी की विश्वसनीयता पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। परीक्षा में ऐसी खामियां मिल रही हैं जोकि बड़े स्तर पर लापरवाही को जाहिर करती हैं। अभ्यर्थियों के अभियान पर तो गणित की परीक्षा को रद तक करना पड़ा है। रजिस्ट्रेशन के क्रम में ही रोल नंबर जारी करना, प्रश्नपत्र में त्रुटियां आदि कमीशन की कार्यशैली पर भी सवाल उठते हैं।
पोस्ट के लिए 21 मई को हुई परीक्षा
80 अभ्यर्थी पास हुए अकेले जेजीयू से
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